Hindi kahaniya with Moral
1.चालाक सियार (New Story in Hindi)
बहुत दिनों की बात है एक जंगल में चालू नाम का एक सियार रहता था | वह बहुत चतुर था | वह एक गुफा में रहता था | हर सुबह वह खाने की तलाश में बाहर जाता और रात को गुफा में वापस आ जाता |
उसी जंगले में एक बूढ़ा सिंह भी रहता था | वह शिकार नहीं कर पाता था | उसके कुछ दांत भी नहीं थे | इसलिए उसकी हालात बहुत ख़राब थी | वह छोटे – मोटे या मरे हुए जानवरों को खाकर गुजारा करता था |
एक दिन सिंह शिकार ढूंढ रहा था | उसने वह गुफा देखी | उसने सोचा जरूर कोई जानवर वहाँ रहता होगा | सिंह गुफा में बैठकर जानवर के आने का इन्तजार करने लगा | चालू सियार रात को लौटा उसने सिंह के पैरों के निशान वहाँ देखे |
उसे सिंह के बदन की खुशबू भी आई | चालू ने चालाकी से पुकारा,
“प्यारी गुफा , क्या में अंदर आ जाऊं?” सिंह बहुत भूखा था | उसे लगा कि शायद गुफा रोज सियार से बातें करती थी |
उसने जबाब दिया, “ हाँ भाई, अंदर आ जाओ |”
सिंह की आवाज सुनते ही चालू वहाँ से अपनी जान बचाकर भाग गया|
कहानी से शिक्षा [Hindi kahaniya with Moral]
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है की ताकत और बुद्धि की तुलना कभी नहीं हो सकती है|
जिस तरह से सियार को संदेह होने पर उसने अपने विवेक का प्रयोग कर शेर को बेबकूफ बना दिया और अपनी जान बचा ली|
GIPHY App Key not set. Please check settings